योगमें स्वाध्याय का क्या अर्थ है ? भाग - 2

 पतंजलि योग दर्शन में अष्टांगयोग का दूसरा अंग है नियम । नियम का चौथा अंग है , स्वाध्याय ।

स्वाध्याय के सम्बन्ध में कुछ बातों को पिछले अंक में देखा गया और अब कुछ और बातों को इस अंक दो में देखते हैं 👇


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