गीता अध्याय - 8 की एक झलक

 


श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय -8

1 - इस अध्याय में 28 श्लोक हैं जिनमें श्लोक : 1 - 2 के माध्यम से अर्जुन का प्रश्न है ।

अध्याय - 8 के आकर्षण 👇

🌷अर्जुन का प्रश्न 

● ब्रह्म , अध्यात्म , कर्म , अधिभूत , अधिदैव , अधियज्ञ क्या हैं ? और अधियज्ञ देह में कैसे है ? 

◆ ब्रह्म , कर्म , अध्यात्म , अधिभूत , अधियज्ञ , अधिदैव की परिभाषाएँ 

◆ अंत समय के समय के समय किये जाने वाले ध्यान की विधि 

◆ परम गति - परम धाम क्या हैं ?

◆ समय की गणित 

● आवागमन की गतियाँ


श्लोक

बिषय

योग

1 - 2

अर्जुन का प्रश्न

ब्रह्म , अध्यात्म , कर्म , अधिभूतं , अधिदैव और अधियज्ञ क्या हैं ? अधियज्ञ देह में कैसे है?

02

3 - 28

प्रभु श्री का उत्तर

26


● परम अक्षर ब्रह्म है 

●स्वभावः अध्यात्मम् 

●भूतभावोद्भवकरो  विसर्ग : कर्म : 

● क्षर: भावः अधिभूतं 

● पुरुषः अधिदैवतं 

◆ देहे अहम् अधियज्ञ :

★अंतकाल की गहरी स्मृति अगले जन्म को नियोजित करती है । 

# अभ्यासयोग युक्त को प्रभु मिलते हैं ।

★ आज्ञाचक्र पर ध्यान 

★ परमपद प्राप्ति कैसे ?


योग➡️


28


~~◆◆ ॐ ◆◆~~

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