सर्ग उत्पत्ति में महत् - अहँकार की उत्पत्ति

 सर्ग उत्पत्ति तत्त्व ज्ञान के अंतर्गत पिछले कुछ अंकों में विस्तार से चर्चा की गयी जिसमें ब्रह्मा , मैत्रेय , कपिल और प्रभु श्री कृष्ण के द्वारा दिए गए ज्ञान को श्रीमद्भागवत पुराण और सांख्य दर्शन के आधार पर चर्चा के विषय थे ।

अब उन चर्चाओं के सार को चार भागों में प्रस्तुत किया जा रहा है । यहाँ पहला भाग प्रस्तुत है जिसमें महत् और महत् से अहँकार की उत्पत्ति को दिखाया जा रहा है । अगले अंक में सात्त्विक अहँकार से उतपन्न संर्गों को दिखाया जाएगा ।

आज वैज्ञानिक जीव कण की खोज में जुटे हुए हैं । वह जीव कण महत् है जिससे अन्य 22 तत्त्वों की उत्पत्ति हुई और जब ये सारे तत्त्व मिले तब पहला साकार अंडा बना जो सभीं सृष्टियों का अक्षय पात्र है।

आइये इस रहस्य स्व भरपूर ज्ञान के 04 में से पहले भाग की दो स्लाइड्स को देखये हैं ⬇️


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