वेद जिज्ञासा - 01

 वेद जिज्ञासा के अंतर्गत वेदों से सम्बंधित छोटी - छोटी ऐसी जानकारियाँ देने का यत्न किया जाएगा जिनसे बुद्धि में एक निर्मल ऊर्जा का संचार हो सके जो देह में स्थित देहि ( जीवात्मा ) और ब्रह्म से एकत्व स्थापित कराने में सक्ष्म है ।

भागवत पुराण में बताया गया है कि ......

सतयुग में ओंकार एक वेद था , नारायण एक देवता थे और चार (ब्राह्मण , क्षत्रिय , वैश्य और शूद्र ) वर्ण नहीं एक वर्ण था - हंस ।

अब निम्न स्लाइड को देखते हैं ⬇️



Comments

Popular posts from this blog

क्या सिद्ध योगी को खोजना पड़ता है ?

गीतामें स्वर्ग,यज्ञ, कर्म सम्बन्ध

पराभक्ति एक माध्यम है