गीता के चार सूत्र

सूत्र - 2.58 , 2.59 , 2.60 , 3.6 , 3.7 


गीता के ये सूत्र कह रहे हैं - - - - - 


  • आसक्त इन्डिय मन को गुलाम्म बना कर रखती है 
  • आसक्त मन प्रज्ञा को गुलाम बना कर रखता है 
  • हठ से इंद्रियों पर नियंत्रण रखने वाला दम्भी होता है 
  • बीसी से इंद्रिय को दूर रखने से क्या होगा , मन तो उस बिषय पर ही टिका रहेगा 
  • इंद्रियों पर नियंत्रण ऐसा होना चाहिए  जैसे कछुआ अपने अंगों पर नियंत्रण रखता है 
  • मन से इंद्रियों को  नियंत्रित करने का अभ्यास ही अभ्यास योग है 


===== ओम् ======

Comments

Unknown said…
gita tatva vigyan me gita vigyan ka samanjasy se adhik uoyogi hoogi

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