सांख्य कारिका : 1 - 10 भाग - 01

 💐 प्राचीनतम भारतीय दर्शन सांख्य दर्शन मूलतः सृष्टि रचना का विज्ञान है । सृष्टि की रचना कैसे हुई , जीव कण क्या है , जीव - विकास कैसे हुआ आदि प्रश्नों का उत्तर आज के वैज्ञानिक खोज रहे हैं ।  वैज्ञानिक तो अभीं वर्तमान शताब्दी में इन प्रश्नों के उत्तर को खोजने का प्रयाश प्रारम्भ किये हैं । लेकिन कपिल मुनि जो सांख्य दर्शन के निर्माता माने जाते हैं , इस कल्प के प्रारंभ में पूर्ण रूप से वैज्ञानिक तर्क के आधार पर सांख्य माध्यम से इन प्रश्नों का समाधान कर चुके हैं । बहुत दु:ख होता है कि सांख्य आधारित जीव - विकास सिद्धान्त पता नहीं क्यों अभीं तक वैज्ञानिकों की दृष्टि से वंचित रहा । 

👌 Prof. Einstein  जैसे वैज्ञानिक गीता के कुछ श्लोकों से आकर्षित तो हुए दिखते हैं लेकिन गीता में दिए गए कुछ ऐसे  सांख्य - सूत्र जो उनकी खोज की दिशा को एक और नया मार्ग दिखा सकते थे , उनकी दृष्टि से दूर रह गए ।

👌 सांख्य दर्शन में ईश्वर कृष्ण रचित 72 कारिकाओं में से प्रारंभिक 10 कारिकाओं को हम 03 स्लाइड्स के माध्यम से दे रहें जिनमें से आज पहली स्लाइड आप यहाँ देख रहे हैं

💐इस बात को न भूलें कि सांख्य के बिना अन्य भारतीय दर्शनों को ठीक - ठीक समझना संभव नहीं । यहाँ तक कि गीता के विशेषकर अध्याय : 13 को बिना सांख्य ज्ञान , समझना संभव नहीं । अतः सांख्य को हम पहले समझने का प्रयत्न कर रहे हैं और बाद में आगे चल कर गीता और भागवत के सांख्य सूत्रों को भी देखेगें । आइये अब देखते हैं स्लाइड को ⬇️


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