गीता तत्त्व-विज्ञानं एक राह हैं

गीता तत्त्व विज्ञानं -राह रोमांचित चौराहों से गुजरती है ,आइये देखते हैं कुछ झलकियाँ ।
राग से वैराग
काम से राम
आसक्ति से समभाव
साकार से निराकार
वासना से प्यार
मैं से तूं
अंहकार से प्रीति
अज्ञान-से ज्ञान
भोग से योग
भाव से सम भाव
सम भाव से भावातीत
विकार से निर्विकार .........
की यात्रा का नाम गीता तत्त्व विज्ञान है ।
=====ॐ=====

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