गीता में सांख्य की झलक भाग 11- 12

 श्रीमद्भगवद्गीता में सांख्य सिद्धांतों की एक झलक भाग : 11 - 12 में श्लोक : 13.21 - 13.24 + 15.16 + 18.13 - 18.14 में सांख्य सिद्धांतों की एक हलकी सी झलक आप निम्न दो स्लाइड्स में देख सकते हैं । 

यहाँ सांख्य सिद्धांतों को आधार बना कर कुछ प्रकृति - पुरुष के सम्बन्ध में बातें दी गयी हैं लेकिन ये पूर्णरूपेण सांख्य दर्शन के अनुसार नहीं हैं । उदाहरण > श्लोक : 15.16 में क्षर - अक्षर दो प्रकार के पुरुष बताये गए हैं लेकिन सांख्य में केवल एक पुरुष है जो अनादि और सनातन है । देह पूर्ण रूपेण प्रकृति है , केवल इसमें चेतन अंश पुरुष है ।

भागवत पुराण में कहा गया है कि देह में जीवात्मा को छोड़ शेष माया हैं।

💐 अब स्लाइड्स देखते हैं ⬇️



Comments

Popular posts from this blog

क्या सिद्ध योगी को खोजना पड़ता है ?

पराभक्ति एक माध्यम है

मन मित्र एवं शत्रु दोनों है