सांख्य कारिका 31 - 32
सांख्य कारिका : 31 - 32
【 करण क्या हैं ? 】
पुरुष ऊर्जा से जब मूलः प्रकृति विकृत होती है तब महत् तत्त्व की उत्पत्ति होती है । महत् से अहँकार , अहँकार से मन और 10 इंद्रियों की उत्पत्ति होती हैं । महत् को बुद्धि कहते हैं ।
बुद्धि , अहँकार और मन को अंतःकरण कहते हैं और 10 इंद्रियों को बाह्य करण कहते हैं । इस प्रकार सांख्य दर्शन में 13 करण होते हैं । शेष को नीचे दो स्लाइड्स में देखें 👇
।। ॐ ।।
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