सांख्य कारिका : 19 - 20

 💐 कारिका : 19 - 20 पुरुष से सम्बंधित हैं ।

👌पुरुष एक पूर्ण निर्गुण चेतन ऊर्जा है जिसकी ऊर्जा से  सगुण जड़ प्रकृति सक्रीय हो जाती है और संर्गों की उत्पत्ति होती है जैसा कारिका : 3 में बताया गया है ।

💐 प्रकृति - पुरुष संयोग दो विपरीत ऊर्जाओं का संयोग है ।

# सांख्य सृष्टि को प्रकृति - पुरुष संयोग के फल के रूप में देखता है और वेदांत सृष्टि को दो से नहीं एक के फैलाव रूप में देखता है । वेदांत में सृष्टि से सम्बंधित आत्मा , जीबात्म , ब्रह्म , माया और परमात्मा जैसे संबोधन मिलते हैं लेकिन सांख्य में कोई ऐसी ब्यवस्था नहीं , सांख्य की गणित सीधी गणित और संदेहमुक्त गणित है ।

◆अब देखते हैं दो स्लाइड्स को ⬇️




Comments

Popular posts from this blog

क्या सिद्ध योगी को खोजना पड़ता है ?

पराभक्ति एक माध्यम है

मन मित्र एवं शत्रु दोनों है