गीता के116 सूत्र

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गीता सूत्र –3.20


सूत्र कहता है …..

आसक्ति रहित कर्म से नैष्कर्म्य की सिद्धि मिलती है जैसे राजा जनक को मिली थी /

This verse says -----

Action without attachment leads to Yoga – Perfection which is the realization of

the ultimate truth .


राजा जनक कौन थे?

राजा जनक मिथिला नरेश थे और माँ सीता इनकी बेटी थी /

यह बात सभीं लोग जानते हैं और राजा जनक को विदेह कहते हैं और

विदेह का अर्थ है वह जो देह बिना हो / इस बात को समझ लो -----

मिथिला राज्य में आधा बिहार और नेपाल का कुछ भाग आता था / धनुषा जिले में जनकपुर ,

नेपाल का भाग मिथिला में हुआ करता था /

मिथिला भारत का ह्रदय था;भारतीय प्राचीन इतिहास में जितनें भी दार्शनि और बुद्धि जीवी हुए हैं,

उनमें से अधिकाँश का सम्बन्ध मिथिला से रहा है/

त्रेता योग मे माँ सीता का सम्बन्ध मिथिला से रहा तो द्वापर में कंश की पत्नी भी मिथिला की थी/

भगवान महावीर और भगवान बुद्ध का सम्बन्ध भी म्थिला से था/

ईशा पूर्व में याज्ञबल्कय नामक गणितज्ञ पहली बात कहा कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर काटती है लेकिन उनकी यह गणित लोगों तक न पहुँच सकी/

राजा जनक , माँ सीता के पिता मिथिला के 21 वें विदेह जनक थे / इनका जन्म इनके पिता के देह से हुआ था न कि पिता - माँ के सम्बन्ध से /


King janak was created through the body of his father and so he was called videha.

If it was so it was a mystery of the medical science .

ऐसा भी कहा जाता है कि महावीर किसी ब्राह्मण स्त्री के गर्भ में आये और जब इसका पता चला

तब उस गर्भ को वहाँ से उठा कर क्षत्री स्त्री के गर्भ में रखा गया था/

यह भी एक

वैज्ञानिक मसला है/


===== ओम ======



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