सांख्य दर्शन की 72 कारिकाओं में ऐसा कौन सा अमृत छिपा है जिसे किसी न किसी रूप में अन्य दर्शन उपयोग करते हैं

शांख्य दर्शन अन्य दर्शनों से अधिक प्राचीन है , इसमें कोई संदेह नहीं । वेदांत दर्शन का प्रचार - प्रसार सांख्य को लगभग समाप्त ही कर दिया लेकिन सत्य को निर्मूल करना असंभव है । सांख्य कारिका : 3 और 22 में सर्ग उत्पत्ति रहस्य का जो संक्षिप्त विवरण दिया गया है उसे भागवत पुराण में ब्रह्मा , मैत्रेय , कपिल मुनि और स्वयं कृष्ण द्वारा भी प्रस्तुत किया गया है । भागवत में कृष्ण द्वारा कहा गया सांख्य योग पर एक पूरा अध्याय भी है लेकिन यह सांख्य वेदांत दर्शन को प्रतिविम्वित करता है । आइये ! देखते हैं सांख्य दर्शन की 72 जरिकाओं में छिपे उस अमृत कलश को जिसकी एक बूँद के लिए सभीं अभिलाषी हैं

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