गीता कहता है ---- [ 2 ]
गीता के तीन सूत्र सूत्र - 1 , 2.60 आसक्त इंद्रियों का गुलाम है सूत्र - 2 , 67 प्रज्ञा आसक्त मन का गुलाम है सूत्र - 3 , 3.6 हठ से इंद्रिय नियोजन करनें वाला दम्भी - अहंकारी होता है गीता के इन तीन सूत्रों पर आप मनन करें : हमारी इन्द्रियाँ बिषयों का गुलाम है हमारा मन बिषय - आसक्त इंद्रिय का गुलाम है और इंद्रिय का गुलाम मन प्रज्ञा को गुलाम बना कर रखता है फिर कर्म - योग में कैसे उतरें ? सोचिये इस बिषय पर और सोच में सोच से परे आप ज्योंही पहुंचेंगे , आप का रूपांतरण हो गया होगा / ==== ओम् ==== =